मॉरीशस के चुनावों में विपक्ष की ऐतिहासिक जीत11 नवंबर को प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ की हार स्वीकार करने के साथ ही मॉरीशस के हालिया संसदीय चुनावों में विपक्ष की ऐतिहासिक जीत दर्ज हुई। विपक्षी नेता डॉ. नवीन रामगुलाम के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने की संभावना है, जो अपने गठबंधन "एलायंस ऑफ चेंज" का नेतृत्व करेंगे।
चुनाव की जानकारी:
मॉरीशस में स्वतंत्रता के बाद 10 नवंबर 2024 को 12वां संसदीय चुनाव हुआ।
मतदान सुबह 7 बजे (03:00 GMT) से शाम 6 बजे (14:00 GMT) तक चला, जिसमें नागरिकों ने अगले पांच वर्षों के लिए प्रतिनिधि चुने।
मतदाताओं के सामने 68 पार्टियों और पांच प्रमुख राजनीतिक गठबंधनों के उम्मीदवार थे, जो 62 संसदीय सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे थे।
विपक्ष की ऐतिहासिक जीत:
विपक्ष, डॉ. नवीन रामगुलाम के नेतृत्व में "एलायंस ऑफ चेंज" गठबंधन के साथ जीत की ओर अग्रसर है।
निवर्तमान प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ ने सार्वजनिक रूप से हार स्वीकार की और नए सरकार को शुभकामनाएं दीं।
रामगुलाम तीसरी बार प्रधानमंत्री बन सकते हैं; इससे पहले उन्होंने 1995-2000 और 2005-2014 तक सेवा दी है।
डॉ. नवीन रामगुलाम का परिचय:
मॉरीशस के पहले प्रधानमंत्री सर सीवुसागर रामगुलाम के पुत्र, नवीन रामगुलाम मॉरीशस में एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती हैं।
उनकी "एलायंस ऑफ चेंज" का चुनाव अभियान आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने पर केंद्रित था, जिसमें राष्ट्रीय सुधारों और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी की दिशा में कार्य करने का संकल्प शामिल है।
भारत-मॉरीशस संबंध:
भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और जनसांख्यिकीय संबंध हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामगुलाम को उनकी सफलता पर बधाई दी, दोनों देशों के बीच "विशेष और अनोखे साझेदारी" पर जोर दिया।
अपने संदेश में, मोदी ने रामगुलाम को भारत आने का निमंत्रण दिया और दोनों देशों के आपसी विकास के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने चुनाव में हार स्वीकार की
क्यों समाचार में है? मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनौथ ने हाल ही में हुए संसदीय चुनावों में अपनी "बड़ी हार" स्वीकार की है।
कुल सीटें चुनाव में 62 संसदीय सीटों पर चुनाव हुआ।
चुनावी परिणाम विपक्षी दल, डॉ. नविन रामगुलाम के नेतृत्व वाली "एलिएंस ऑफ चेंज", ने जीत हासिल की प्रतीत होती है।
प्रधानमंत्री का समर्पण प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनौथ ने सार्वजनिक रूप से हार स्वीकार की, अपने "एलिएंस लेपेप" गठबंधन की बड़ी हार को मान्यता दी और नए सरकार को शुभकामनाएँ दी।
नविन रामगुलाम रामगुलाम तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने की उम्मीद जताई जा रही है, इससे पहले वे 1995-2000 और 2005-2014 के बीच प्रधानमंत्री रहे थे।
भूराजनीतिक महत्व मॉरीशस भारत के लिए भारतीय महासागर में एक महत्वपूर्ण सहयोगी है, और भारत इस द्वीप देश के साथ अपने कूटनीतिक और आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने का इरादा रखता है।
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